प्यार दिल में हो, जिस्म से नहीं"


प्यार दिल में हो, जिस्म से नहीं"

लड़का और  लड़की आपस में बहुत प्यार किया करते  थे  ...बस हर टाइम  मजाक मस्ती पर सब फ़ोन कॉल  पर ...ही होता था .कभी मिले  नहीं एक दूसरे से  दोनों  ........

पर उनका प्यार बहुत गहरा था एक दूसरे की बातों  को अच्छे से समझना...और. एक दूसरे की फ़िक्र और  इज्जत किया करते....थे एक साल हो गया...ऐसे ही चलते हुए ....फिर वो दोनों एक दिन मिले मिले ....
..love you
एक होटल रूम में पर लड़की और लड़के ने ऐसा कुछ नहीं किया जो जो उनको गलत लगे ....लड़की ने सवाल किया लड़के से आप ने मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं किया मुझे अकेले होते हुए भी .......और. मैं आप से कुछ कहा भी नहीं .....लड़का उसको गले लगाकर बोला मोहब्बत दिल से करता हूँ, जिस्म से नहीं । मैं मिलने आया हूँ, आप की इज्जत को बर्बाद करने नहीं आया और ये सब मैं शादी के बाद भी कर सकता हूँ.....
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और दोनों एक दूसरे के गले लग गए .....लड़की उससे बोली मैं बहुत खुश नसीब हूँ जो आप मुझे  मिले ,..i love u यार और लड़का और लड़की अपने अपने घर चले गए ..............एक दिन लड़का और लड़की ने  शादी करने का फैसला किया और वो भागकर शादी नहीं करना  चाहते थे मम्मी पापा को लड़की ने सब बता  दिया .....लड़की के पापा ने लड़के को बुलाया  ....
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और लड़के से कहा मैं तुम से मेरी बेटी की शादी नहीं करा सकता तेरी समाज अलग है और मेरी समाज में बदनामी होगी और ऐसे लड़के को कैसे अपनी बेटी दूँ जो मेरी जान पहचान का नहीं है वहाँ पर ना कोई तुम्हारे लोगो से रिस्ता है....
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मैं तुम्हारे बारे में कुछ नहीं जानता हूँ हो सके तो भूल  जाना माफ़ करना बेटे  ......लड़का लड़की के पापा के प्यार को देखकर दिल थाम कर बोला ...पापाजी चिंता  मत करो मैं शादी नहीं करुँगा और आप का फर्ज है यह की अच्छा जीवन साथी अपनी बेटी के लिए देखो और  आप की इज्जत आप की बेटी आज भी वैसे ही पवित्र है जैसे पहले थी .
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मैं मेरे मन से खुश हूँ  की शादी से पहले आप की लड़की के साथ ऐसा कुछ नहीं किया जो आप शर्मिदा हो सको  मैं एक बार मिला पर उसके साथ ऐसा कुछ नहीं किया   ....और आप की बेटी आज भी पहले की तरह  पवित्र  है..और मैं उसको देखकर खुश  हूँ...पर मैं इस बात की नहीं कह सकता की मैं भूल जाऊँगा.. याद तो  करुँगा   बस आप की बेटी को  कभी नहीं बताऊंगा........
..आप शादी  की तैयारी  करो मैं आप की इज्जत आपके समाज में नहीं उछालना चाहता हूं आप की बेटी से नहीं मिलूँगा । अब मैं चलता  हूँ..

लड़की यह  सब सुन रही थी छुपकर और रो रही थी ...पापा से रोती हुए आकर बोली, पापा मैं प्यार करती हूँ पर मैं सोची आप. हमारे रिश्ते के लिए राजी  हो जाओगे  ....इसलिए. मैं प्यार करने लग गयी और भागकर शादी नहीं करना चाहती थी जिससे आप की बदनामी हो .....
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और पापा ये लड़का बहुत अच्छा है ...इसने आज तक  कभी मुझे छुआ तक नहीं ....मेरी हर बात मानता है पर बेटी आप की हूँ जैसा आप बोलोगे वैसा ही करुँगी  .....और लड़के के सामने रोती हुयी बोली मुझे माफ़ कर देना मैं यही सोचर शादी की बोलती रही शायद हम सब ठीक कर लेंगेे पर मुझे माफ़ कर देना प्लीज़  .....हो सके तो भूल जाना ...
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और लड़के को उसके आंसू देखकर तकलीफ हो रही थी तो रोना आ गया....और लड़के ने बोला जरूरी तो नहीं हमारी शादी हो प्यार तो दिल से होता है जिस्मो से नहीं होता पागल  ....अब चुप हो जाओ मुझे भी रोना आता है...

यह सब देखकर लड़की के पापा का दिल भर आया और आखो से आंसू निकलने लगे और दोनों को गले लगा लिया ....और बोले समाज वगैरा सब देखा जायगा मेरी गुड़िया खुश रहे वो ही काफी है मेरे लिए ...
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और मुझे ऐसा लड़का कहा मिलेगा जो मेरी बेटी की आखो में आंसु देख ही नहीं सकता और घर वालो की मर्जी के बिना शादी नहीं करना चाहता बेटा मुझे माफ़ कर देना अब तुम्हारी धूम धाम से शादी  करुँगा ......जहा मेरी बेटी की इतनी फ़िक्र हो वह लड़का कभी गलत नहीं हो सकता ........

कहते है अगर  प्यार लड़के लड़की का दिल से गहरा हो तो पूरी  फिजां लग जाती  है मिलाने  में .......
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अगर ताकत हो अपने प्यार में तो खुदा भी हार मान लेता मोहब्बत के दीदार में ....
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जो रिश्ते दिल में पला करते हैं सिर्फ वही चला करते हैं
आंखों को पसंद आने वाले हर रोज बदला करते हैं..
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वो भी रास्ते बना देता है जलते हुए अंगार  में..

उस इंसान से कभी झूठ मत बोलना दोस्तों जिसे आपके झूठ पर भी विश्वास हो...