अजीत डोभाल

  1945 में एक गढ़वाली उत्तराखंड ब्राह्मण परिवार में जन्म पिता आर्मी में ब्रिगेडियर थे। 1968 में IPS का एग्जाम टॉप किया। केरल बैच के IPS ऑफिसर बने। 17 साल की ड्यूटी के बाद मिलने वाला मेडल 6 साल की ड्यूटी


के बाद मिला !

1988 में कीर्ति चक्र मिला। देश के एकमात्र नॉन आर्मी पर्सनेल है जिसे यह अवॉर्ड मिला है। असम गए वहाँ उल्फा आतंकवाद को कुचला। 1999 में प्लेन हाईजैकिंग के समय आतंकवादियो से डीलिंग की

पाकिस्तान में जासूस के तौर पर तैनाती । पाकिस्तान के आर्मी में मार्शल की पोस्ट तक पहुँचे और 6 साल तक भारत के लिए जासूसी करते रहे। 1987 में खालिस्तानी आतंकवाद के समय पाकिस्तानी एजेंट बनकर दरबार साहिब के अंदर पहुँचे। 3 दिन आतंकवादियों के साथ

रहे। आतंकवादियो की सारी जानकारी ऑपरेशन ब्लैक  थंडर को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।

अपने अद्वितीय प्रोफ़ाइल के कारण मोदी जी ने सत्ता में आते ही National Security Adviser बनाया। बलूचिस्तान में RAW फिर से एक्टिव की बलोचिस्तान का मुद्दा इंटरनेशनल बनाया। केरल के 45 ईसाई नारी को इराक में ISIS ने किडनैप किया। डोभाल खुद इराक गए ISIS से पहली बार Hostages जिंदा बिना बलात्कार हुए महिलाएं वापिस लौटी।

 राष्ट्रपति अवॉर्ड मिला। 2015 मई में भारत के पहले सर्जिकल ऑपरेशन को अंजाम दिया। भारत की सेना म्यांमार में 5 किमी तक घुसी, 50 आतंकवादी मारे। मिजोरम के आतंकवादियो से भारत की ऐतिहासिक डील करवाई। आतंकवादी संगठनों ने हथियार डाले।

 भारत की डिफेंस पॉलिसी को अग्रेसिव बनाया। भारत की सीमा में घुस रहे पाकिस्तानी जहाज को बिना किसी वॉर्निंग के उड़ाया कहा बिरियानी खिलाने वाला काम नहीं कर सकता। कश्मीर में सेना को खुली छूट दी | Pallet Gun सेना को दिलवाई। पाकिस्तान को दुनिया के मुस्लिम देशों से ही तोड़ दिया।

2016 सितंबर आजाद भारत के इतिहास का 1971 के बाद सबसे ऐतिहासिक दिन डोभाल के बुने गए सर्जिकल ऑपरेशन के सेना ने दिया अंजाम | POK में 3 किमी घुसे 40 आतंकी और 9 पाकिस्तानी फौजी मारे। Right Wing Hindu संगठनVivekanand Youth Forum की स्थापना की।


अजीत डोभाल

भारत के ५वें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार

अजीत कुमार डोभाल, आई.पी.एस. (सेवानिवृत्त), भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं। वे 30 मई 2014 से इस पद पर हैं। डोभाल भारत के पांचवे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं। इससे पहले शिवशंकर मेनन भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे।

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
कार्यकाल

30 मई 2014

प्रधानमंत्री

नरेन्द्र मोदी

पूर्वा धिकारी

शिवशंकर मेनन

इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक

कार्यकाल

2004-2005

पूर्वा धिकारी

के. पी. सिंह

उत्तरा धिकारी

ई. एस. एल. नरसिम्हन

जन्म

20 जनवरी 1945

घीड़ी बानेलस्यूँ, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखण्ड, भारत

राष्ट्रीयता

भारतीय

बच्चे


निवास

नई दिल्ली, भारत

प्रारम्भिक शिक्षा

अजित डोभाल का जन्म 1945 में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में एक गढ़वाली परिवार में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अजमेर के मिलिट्री स्कूल से पूरी की थी, इसके बाद उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए किया और पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद वे आईपीएस की तैयारी में लग गए। कड़ी मेहनत के बल पर वे केरल कैडर से 1968 में आईपीएस के लिए चुन लिए गए।


करियर

अजीत डोभाल 1968 में केरल कैडर से आईपीएस में चुने गए थे, 2005 में इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी आईबी के चीफ के पद से रिटायर हुए हैं। वह सक्रिय रूप से मिजोरम, पंजाब और कश्मीर में उग्रवाद विरोधी अभियानों में शामिल रहे हैं।

   1945 में एक गढ़वाली उत्तराखंड ब्राह्मण परिवार में जन्म पिता आर्मी में ब्रिगेडियर थे। 1968 में IPS का एग्जाम टॉप किया। केरल बैच के IPS ऑफिसर बने। 17 साल की ड्यूटी के बाद मिलने वाला मेडल 6 साल की ड्यूटी


के बाद मिला !

1988 में कीर्ति चक्र मिला। देश के एकमात्र नॉन आर्मी पर्सनेल है जिसे यह अवॉर्ड मिला है। असम गए वहाँ उल्फा आतंकवाद को कुचला। 1999 में प्लेन हाईजैकिंग के समय आतंकवादियो से डीलिंग की

पाकिस्तान में जासूस के तौर पर तैनाती । पाकिस्तान के आर्मी में मार्शल की पोस्ट तक पहुँचे और 6 साल तक भारत के लिए जासूसी करते रहे। 1987 में खालिस्तानी आतंकवाद के समय पाकिस्तानी एजेंट बनकर दरबार साहिब के अंदर पहुँचे। 3 दिन आतंकवादियों के साथ

रहे। आतंकवादियो की सारी जानकारी ऑपरेशन ब्लैक  थंडर को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।

अपने अद्वितीय प्रोफ़ाइल के कारण मोदी जी ने सत्ता में आते ही National Security Adviser बनाया। बलूचिस्तान में RAW फिर से एक्टिव की बलोचिस्तान का मुद्दा इंटरनेशनल बनाया। केरल के 45 ईसाई नारी को इराक में ISIS ने किडनैप किया। डोभाल खुद इराक गए ISIS से पहली बार Hostages जिंदा बिना बलात्कार हुए महिलाएं वापिस लौटी।

 राष्ट्रपति अवॉर्ड मिला। 2015 मई में भारत के पहले सर्जिकल ऑपरेशन को अंजाम दिया। भारत की सेना म्यांमार में 5 किमी तक घुसी, 50 आतंकवादी मारे। मिजोरम के आतंकवादियो से भारत की ऐतिहासिक डील करवाई। आतंकवादी संगठनों ने हथियार डाले।

 भारत की डिफेंस पॉलिसी को अग्रेसिव बनाया। भारत की सीमा में घुस रहे पाकिस्तानी जहाज को बिना किसी वॉर्निंग के उड़ाया कहा बिरियानी खिलाने वाला काम नहीं कर सकता। कश्मीर में सेना को खुली छूट दी | Pallet Gun सेना को दिलवाई। पाकिस्तान को दुनिया के मुस्लिम देशों से ही तोड़ दिया।

2016 सितंबर आजाद भारत के इतिहास का 1971 के बाद सबसे ऐतिहासिक दिन डोभाल के बुने गए सर्जिकल ऑपरेशन के सेना ने दिया अंजाम | POK में 3 किमी घुसे 40 आतंकी और 9 पाकिस्तानी फौजी मारे। Right Wing Hindu संगठनVivekanand Youth Forum की स्थापना की।


अजीत डोभाल

भारत के ५वें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार

अजीत कुमार डोभाल, आई.पी.एस. (सेवानिवृत्त), भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं। वे 30 मई 2014 से इस पद पर हैं। डोभाल भारत के पांचवे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं। इससे पहले शिवशंकर मेनन भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे।

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार

कार्यकाल

30 मई 2014

प्रधानमंत्री

नरेन्द्र मोदी

पूर्वा धिकारी

शिवशंकर मेनन

इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक

कार्यकाल

2004-2005

पूर्वा धिकारी

के. पी. सिंह

उत्तरा धिकारी

ई. एस. एल. नरसिम्हन

जन्म

20 जनवरी 1945

घीड़ी बानेलस्यूँ, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखण्ड, भारत

राष्ट्रीयता

भारतीय

बच्चे


निवास

नई दिल्ली, भारत

प्रारम्भिक शिक्षा

अजित डोभाल का जन्म 1945 में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में एक गढ़वाली परिवार में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अजमेर के मिलिट्री स्कूल से पूरी की थी, इसके बाद उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए किया और पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद वे आईपीएस की तैयारी में लग गए। कड़ी मेहनत के बल पर वे केरल कैडर से 1968 में आईपीएस के लिए चुन लिए गए।


करियर

अजीत डोभाल 1968 में केरल कैडर से आईपीएस में चुने गए थे, 2005 में इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी आईबी के चीफ के पद से रिटायर हुए हैं। वह सक्रिय रूप से मिजोरम, पंजाब और कश्मीर में उग्रवाद विरोधी अभियानों में शामिल रहे हैं। में एक गढ़वाली उत्तराखंड ब्राह्मण परिवार में जन्म पिता आर्मी में ब्रिगेडियर थे। 1968 में IPS का एग्जाम टॉप किया। केरल बैच के IPS ऑफिसर बने। 17 साल की ड्यूटी के बाद मिलने वाला मेडल 6 साल की ड्यूटी


के बाद मिला !

1988 में कीर्ति चक्र मिला। देश के एकमात्र नॉन आर्मी पर्सनेल है जिसे यह अवॉर्ड मिला है। असम गए वहाँ उल्फा आतंकवाद को कुचला। 1999 में प्लेन हाईजैकिंग के समय आतंकवादियो से डीलिंग की

पाकिस्तान में जासूस के तौर पर तैनाती । पाकिस्तान के आर्मी में मार्शल की पोस्ट तक पहुँचे और 6 साल तक भारत के लिए जासूसी करते रहे। 1987 में खालिस्तानी आतंकवाद के समय पाकिस्तानी एजेंट बनकर दरबार साहिब के अंदर पहुँचे। 3 दिन आतंकवादियों के साथ

रहे। आतंकवादियो की सारी जानकारी ऑपरेशन ब्लैक थंडर को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।

अपने अद्वितीय प्रोफ़ाइल के कारण मोदी जी ने सत्ता में आते ही National Security Adviser बनाया। बलूचिस्तान में RAW फिर से एक्टिव की बलोचिस्तान का मुद्दा इंटरनेशनल बनाया। केरल के 45 ईसाई नारी को इराक में ISIS ने किडनैप किया। डोभाल खुद इराक गए ISIS से पहली बार Hostages जिंदा बिना बलात्कार हुए महिलाएं वापिस लौटी।

 राष्ट्रपति अवॉर्ड मिला। 2015 मई में भारत के पहले सर्जिकल ऑपरेशन को अंजाम दिया। भारत की सेना म्यांमार में 5 किमी तक घुसी, 50 आतंकवादी मारे। मिजोरम के आतंकवादियो से भारत की ऐतिहासिक डील करवाई। आतंकवादी संगठनों ने हथियार डाले।

 भारत की डिफेंस पॉलिसी को अग्रेसिव बनाया। भारत की सीमा में घुस रहे पाकिस्तानी जहाज को बिना किसी वॉर्निंग के उड़ाया कहा बिरियानी खिलाने वाला काम नहीं कर सकता। कश्मीर में सेना को खुली छूट दी | Pallet Gun सेना को दिलवाई। पाकिस्तान को दुनिया के मुस्लिम देशों से ही तोड़ दिया।

2016 सितंबर आजाद भारत के इतिहास का 1971 के बाद सबसे ऐतिहासिक दिन डोभाल के बुने गए सर्जिकल ऑपरेशन के सेना ने दिया अंजाम | POK में 3 किमी घुसे 40 आतंकी और 9 पाकिस्तानी फौजी मारे। Right Wing Hindu संगठनVivekanand Youth Forum की स्थापना की।